가사

रिमझिम गिरे सावन सुलग-सुलग जाए मन भीगे आज इस मौसम में लगी कैसी ये अगन? रिमझिम गिरे सावन सुलग-सुलग जाए मन भीगे आज इस मौसम में लगी कैसी ये अगन? रिमझिम गिरे सावन जब घुँघरूओं सी बजती हैं बूंदे अरमाँ हमारे पलकें ना मूंदे जब घुँघरूओं सी बजती हैं बूंदे अरमाँ हमारे पलकें ना मूंदे कैसे देखे सपने नयन? सुलग-सुलग जाए मन भीगे आज इस मौसम में लगी कैसी ये अगन? रिमझिम गिरे सावन सुलग-सुलग जाए मन भीगे आज इस मौसम में लगी कैसी ये अगन? रिमझिम गिरे सावन महफ़िल में कैसे कह दें किसी से? दिल बँध रहा है किस अजनबी से हो, महफ़िल में कैसे कह दें किसी से? दिल बँध रहा है किस अजनबी से हाए! करें अब क्या जतन? सुलग-सुलग जाए मन भीगे आज इस मौसम में लगी कैसी ये अगन? रिमझिम गिरे सावन सुलग-सुलग जाए मन भीगे आज इस मौसम में लगी कैसी ये अगन? रिमझिम गिरे सावन रिमझिम गिरे सावन रिमझिम गिरे-
Writer(s): Rochak Kohli Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out