가사

जो तुम नहीं हो क़िस्मत में तो फिर से तक़दीर लिखवाऊँ कर के गुज़ारिश रब से मैं बात मेरी ये मनवाऊँ हाथों में मेरे तुम्हारे नाम की सारी लकीरें खिंचवाऊँ मुझसे मगर ये होगा नहीं तुमसे जुदा होके रह पाऊँ दीवाने, आपके दीवाने हैं हम हमें आप की बड़ी हसरत है बेशक सारे जहाँ में हमें बस आप से ही मोहब्बत है दीवाने, आपके दीवाने हैं हम हमें आप की बड़ी हसरत है बेशक सारे जहाँ में हमें बस आप से ही मोहब्बत है कुछ उम्र मेरी घट जाएँ कुछ ख्वाहिशें भी मिट जाएँ मिले उतने दिन ही जहान में जो साथ तुम्हारे जी जाएँ ओ, मेरे काम की ना दुनिया सारी मुझको तुम्हारी ज़रूरत है बेशक सारे जहाँ में हमें बस आप से ही मोहब्बत है दीवाने, आपके दीवाने हैं हम हमें आप की बड़ी हसरत है बेशक सारे जहाँ में हमें बस आप से ही मोहब्बत है मैं ख़्वाब ना ऐसे देखूँ जो पल में टूट के बिखरे कोई वादा भी तुमसे ना करूँ जो वक़्त के साथ ही मुकरे मैं तुम बिन एक अफ़साना झूठा मेरी नहीं हक़ीक़त है बेशक सारे जहाँ में हमें बस आप से ही मोहब्बत है दीवाने, आपके दीवाने हैं हम हमें आप की बड़ी हसरत है बेशक सारे जहाँ में हमें बस आप से ही मोहब्बत है
Writer(s): Akhtar Nafe, Altaaf Sayyed Lyrics powered by www.musixmatch.com
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