가사
हाँ, वक़्त मुझसे कहता, "तेरा वक़्त अब..."
मैं समझा नहीं
हाँ, चल राजा, उठ, रोना बंद कर
उठता सही
हाँ, वक़्त बोले, "चमकेगी क़िस्मत"
ਮੈਂ ਮੰਨਦਾ ਨਹੀਂ
हाँ, चल-चल, ए mic को तू on कर
और ਬਹ जा यहीं
हाँ, वक़्त मेरा जाने
मैं तो बैठा यहाँ, कस रहा ताने
सोता नहीं, वो चलता ही जा रहा
तभी दुनिया इशारों पे नचा रहा
आलस है बैरी और वैरी मेरा ख़ास
हर सुबह बोले, "थोड़ा और, यार"
ख़्वाबों में डूब और खोल अपने राज़
अम्मी चिल्ला रही, "कंजर, दो बज गए, जाग"
हाँ, पूछा मैंने वक़्त से
ਰੁਕ ਜਾ, ਕਦੀ ਸਾਹ ਲੈ ਲਾਂ ਰੱਜ ਕੇ
ਉਹ ਬੋਲੇ ਮੈਨੂੰ, "ਰੁਕਨੇ ਦੀ ਲੋੜ ਕੀ?
ਚਲੀ ਜਾ, ਸਫ਼ਰ ਮੈਂ ਹੀ ਤਾਂ ਰੂਹ ਬਸੀ"
सितारों की ये रोशनी में देख अपना कल
हाँ, चंदा मामा बोले, "बेटा, कश थोड़ा भर"
और ऐसे ही हम करते रहे बात
मेरा वक़्त हमेशा मेरे साथ
वक़्त मुझसे कहता, "तेरा वक़्त अब..."
मैं समझा नहीं
हाँ, चल राजा, उठ, रोना बंद कर
उठता सही
हाँ, वक़्त बोले, "चमकेगी क़िस्मत"
ਮੈਂ ਮੰਨਦਾ ਨਹੀਂ
हाँ, चल-चल, ए mic को तू on कर
और ਬਹ जा यहीं
ਰਾਤ ਦੇ ਆ ਵੱਜੇ ਤਿੰਨ, ਦਿਨ ਲੰਘ ਜਾਂਦੇ ਗਿਨ
ਜਾਗਦਾ ਮੈਂ ਕਰਾਂ sin
ਰਾਤ ਦੇ ਆ ਵੱਜੇ ਤਿੰਨ, ਦਿਨ ਲੰਘ ਜਾਂਦੇ ਗਿਨ
ਘੁੰਮਦੇ ਆਂ ਕਾਲੇ rim
हाँ, वक़्त मुझे बोले, "वे तू जाग जा"
आँखें खुली पर अंदर से तू लापता
ख़ाबों का महल तेरा काँच का
ਟੁੱਟ ਜਾਣਾ, ਫਿਰ ਹੋ ਜਾਣਾ ਹਾਦਸਾ
खो ना जाना तू, ये दुनिया बस है चमकती
अंदर से दुनिया खुद पे तरसती
मैं वक़्त हूँ और ये है मेरी दौड़
पर दौड़ तेरी ख़ुद की, ना कोई और
पर दौड़ तेरा ख़ुद का, ना कोई warp
जा, ले जा तू शिखर
उम्मीदों के शहर में तेरी है सिफ़र
है तेरी है सिफ़र
वक़्त मुझसे कहता, "तेरा वक़्त अब..."
मैं समझा नहीं
हाँ, चल राजा, उठ, रोना बंद कर
उठता सही
हाँ, वक़्त बोले, "चमकेगी क़िस्मत"
ਮੈਂ ਮੰਨਦਾ ਨਹੀਂ
हाँ, चल-चल, ए mic को तू on कर
और ਬਹ जा यहीं
(वक़्त मुझसे कहता, "तेरा वक़्त अब...")
(मैं समझा नहीं)
(हाँ, चल राजा, उठ, रोना बंद कर)
(उठता सही)
Written by: Satyam Gupta