가사
मै सू रे पाली पाली पाली
धोखेबाज लुगाई का ऐतबार के हो से
मै सु रय पाली वा से घर आली यो प्यार के हो से
धोखेबाज लुगाई का ऐतबार के हो से
मैं सु र पाली वा घर आली यो प्यार के हो से
अपने घरा बुलाके ने ईसा नाश करा मेरा
किसे दिन का ना छोड़ा घेरा हो मेरा इसी
उत्त ने के बेरा इसी उत्त ने के बेरा दिलदार के होसे र र र
में सु र पाली वा घर आली यो प्यार के हो से
र धोखेबाज लुगाई का ऐतबार के हो से
एक ठिकाणे होना चाहिए ध्यान आदमी का
बख़त पड़े पे देखा जा से ज्ञान आदमी का
बईमान आदमी का बेईमान आदमी का होशियार के हो से
मैं सु र पाली वा घर आली यो प्यार के हो से
धोखेबाज लुगाई का ऐतबार के हो से
श्री Lakhmi Chand केह Meri बुराई फैल गई
सारे डूब मरन का हक़ हॉसे जो वचना ते हारे
घरा बुलाके इजत तारे घरा बूलाके ईजत तारे वो यार के हो से
मैं सु र पाली वा घर आली यो प्यार के हो से
धोखेबाज लुगाई का ऐतबार के हो से
Written by: Pt. Lakhmi Chand Ji, Tr Music