가사

देखता है क्या तू बँद आँखों से, दिल? कि तुझे क्या पता कि पैसे के यार यहाँ पर सभी जल जाएगा, टूटेगा तेरा दिल यहाँ पर तू समझा नहीं कि बिकता है साला प्यार यहाँ पर सही ये ज़िंदगी है समझे ना कोई ये ज़िंदगी है समझे ना कोई ये ज़िंदगी है कैसी पहेली ढूँढता है क्या इस बे-रंग दुनिया में रंगों? हर चेहरा यहाँ है धोका फ़िर से पुराना वही जो है तेरा, कल है किसी और का भई, ये तू समझा नहीं कि बिकता है साला प्यार यहाँ पर सही ये ज़िंदगी है समझे ना कोई ये ज़िंदगी है समझे ना कोई ये ज़िंदगी है, कैसी पहेली कैसी दीवानों की भीड़ है, सब के सब दिल के फ़क़ीर पैसे के पीर यहाँ पे सब, तू क्या ना समझा कभी दिल के फ़क़ीर, है साले दिल के फ़क़ीर यहाँ पर पैसे के पीर, तू क्या ना समझा कभी ये यहाँ ये ज़िंदगी है समझे ना कोई ये ज़िंदगी है समझे ना कोई ये ज़िंदगी है कैसी पहेली
Writer(s): The Local Train Lyrics powered by www.musixmatch.com
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