가사

काश कभी तुम समझोगी कि क्यूँ हम क़रीब नहीं काश कभी तुम जानोगी कि अब तक है तेरी कमी पता है हमें कि तेरे बिना अधूरी है ये ज़िंदगी पता है हमें कि मेरी फ़िकर अब तक तुम्हें है कहीं तेरी-मेरी राहें कहीं मिलेंगी शायद फिर कभी कहानी ये अधूरी सही पूरी होगी फिर कभी तेरा-मेरा साथ ये अभी पूरा हुआ नहीं तेरी-मेरी राहें कहीं मिलेंगी शायद फिर कभी जहाँ भी हो, यादों में हो साँसों में हो मेरी जहाँ भी हो, यादों में हो साँसों में हो मेरी
Writer(s): Anindo Bose, Pavithra Chari Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out