Muziekvideo

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Credits

PERFORMING ARTISTS
Shahid Mallya
Shahid Mallya
Vocals
Sunidhi Chauhan
Sunidhi Chauhan
Vocals
COMPOSITION & LYRICS
Pritam
Pritam
Composer
Irshad Kamil
Irshad Kamil
Lyrics
PRODUCTION & ENGINEERING
Pritam
Pritam
Producer

Songteksten

[Verse 1]
हो-हो, हो, हो-हो
रात बाराती कंधा कोठे तप-तप के जाना
तू सौखा समझे लग्गियां तोड़ निभाना
रात बाराती कंधा कोठे तप-तप के जाना
हो रात बराती कंधा कोठे टप-टप के जाना
तू सौखा समझे लग्गियां तोड़ निभाना
तू सौखा समझे लग्गियां तोड़ निभाना
[Verse 2]
हो, आशिक दिल की तशन पुरानी, कहते ग्यानी इश्क सियापा
आग जवानी चली गई तोह फिर नहीं आनी कुड़ी बेगानी
रहने दे जीना सीधा-साधा
[Verse 3]
मैं बनी तेरी राधा
मैंने सखियों से आँखियों में रखना है
तुझको पिया थोड़ा ज़्यादा, ज़्यादा
मैं बनी तेरी राधा
तूने सपनों तड़पनों में रखना है
मुझको पिया थोड़ा ज़्यादा, ज़्यादा
मैं बनी तेरी राधा
[Verse 4]
ऊँचे चौबारे में जाने कैसे जून में भी कोहरा पड़े, ओ पड़े
ओ ढीली चारपाई पे युद्ध पानीपत का लड़े
कह गए ज्ञानी इश्क सियापा, आग जवानी
करिए ना झूठा कोई वादा
मैं बनी तेरी राधा
मैंने सखियों से अखियों में रखना है
तुझको पिया थोड़ा ज़्यादा, ज़्यादा
मैं बनी तेरी राधा
तूने सपनों तड़पनों में रखना है
मुझको पिया थोड़ा ज़्यादा, ज़्यादा
मैं बनी तेरी राधा
मैं बनी, बनी
[Verse 5]
अरे मन की जो बातें ना बोली थी औरों से
बोली हैं सारी वो तुमसे हाँ तुमसे ही तुमसे
अरे अब मैंने क्या लेना औरों से
प्यारी है मुझको तोह यारी जो तुमसे है तुमसे हाँ तुमसे
चल झूठी तू, झूठी है, झूठी तेरी याद आनी ना रे मैनू
तेरे बाद भूलूंगा मैं तैनू
अरे मुरली में तेरी है जाने क्या जादू सता ना
लो हारी मैं तुमसे हाँ तुमसे ही तुमसे
ये कैसी खींचा-तानी है ये इश्क सियापा, आग जवानी
मुश्किल है ये आग बुझानी जलना पड़ेगा आधा-आधा
मैं बनी तेरी राधा
मैंने सखियों से अखियों में रखना है
तुझको पिया थोड़ा ज़्यादा, ज़्यादा
मैं बनी तेरी राधा
तू बनी मेरी राधा
मैं बनी तेरी राधा
मैं बनी तेरी राधा
[Verse 6]
थोड़ा ठहर पल भर बात मुकम्मल हो
आठों पहर दिलबर साथ मुकम्मल हो
हम तुम मिले तोह
हरबार साथ मुकम्मल हो
मिलके चलें तोह
फिर उत्पात मुकम्मल हो
थोड़ा ठहर (पल भर बात मुकम्मल हो)
हो, आठों पहर (दिलबर साथ मुकम्मल हो)
हम तुम मिले तोह (हरबार साथ मुकम्मल हो)
मिलके चलें तोह (फिर उत्पात मुकम्मल हो)
आपे से बाहर आजा निकल कर तोड़े से टूटेगी मैं ज़्यादा
मैं बनी तेरी राधा
तू बनी मेरी राधा
मैंने सखियों से अखियों में रखना है
तुझको पिया थोड़ा ज़्यादा, ज़्यादा
[Verse 7]
मैं बनी तेरी राधा
तूने सपनों तड़पनों में रखना है
मुझको पिया थोड़ा ज़्यादा, ज़्यादा
मैं बनी तेरी राधा
मैं बनी तेरी रा, रा
वो, राधा
वो, राधा
Written by: Irshad Kamil, Pritam
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