Credits
PERFORMING ARTISTS
Choi Sung Wook
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Choi Sung Wook
Composer
Songteksten
अरे, मुरली बजाई कृष्ण कन्हाई
राधा के मन भाई
मधुर-मधुर धुन सुन मोहित भई
सब सुध-बुध बिसराई
उड़ता गिरता आँचल लेकर काली-काली लट पे
और कुंज गली से दौड़ी राधा
पँहुची जमुना तट पे है
राधा, पँहुची जमुना तट पे
राधा, पँहुची जमुना तट पे
Written by: 최성욱

