Songteksten

हम तो ऐसे टूटे फूटे से थम थरम से दिन दहाड़े बैठे बैठे गिर गये मुँह के बल यूँ हमने सोचा हूमें तो भाई सब पता है मिल रही इस, गलत फहमी की सज़ा है इरादे तेरे मेरे बिल्कुल थे टेढ़े-मेढे जैसे हम हैं उल्टे सीधे से छोड़ो ना रोना धोना जब तक के समय है ना यारी यारों की वीरे वीरे वीरे जिंद अपनी वीरे वीरे वीरे जिंद अपनी वीरे वीरे वीरे जिंद अपनी वीरे वीरे वीरे जिंद अपनी बिगड़ी सी आदत है साली सालों की यह बिखरे से ख्वाबों को मुट्ठी भर के जी ले लम्हों को डिब्बे में बंद करके हम जी ले ओ हो ओ ओ हो ओ गहरी है मीलों सी यारी अपनी वीरे उतरे जो मौजों में लंबी साँसे खीचे बन जाए किनारे दो पैरों के नीचे हो ओ वो हो ओ वो इरादे तेरे मेरे बिल्कुल थे टेढ़े-मेढे जैसे हम हैं उल्टे सीधे से छोड़ो ना रोना धोना जब तक के समय है ना यारी यारों की वीरे वीरे वीरे जिंद अपनी वीरे वीरे वीरे जिंद अपनी वीरे वीरे वीरे जिंद अपनी वीरे वीरे वीरे जिंद अपनी हुआ क्या? क्यूँ हुआ? जाने दे ना जाने दे ना सुनो ना हरी सी बातें झूठी रूठी दबे पाओं खुशी को आने दे ना आने दे ना यही है ज़िंदगी कभी खट्टी कभी मीठी हौले हौले, धीरे धीरे दिल के कमरे खोल दे ओ यार खिड़की पे टाँगेंगे गुब्बारे चाँद के वीरे वीरे वीरे जिंद अपनी वीरे वीरे वीरे जिंद अपनी वीरे वीरे वीरे जिंद अपनी वीरे वीरे वीरे जिंद अपनी
Writer(s): Vishal Mishra, Anvita Dutt Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out