album cover
Chupke Se
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Chupke Se werd uitgebracht op 18 oktober 2002 door YRF Music als onderdeel van het album Saathiya (Original Motion Picture Soundtrack)
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Credits

PERFORMING ARTISTS
Sadhana Sargam
Sadhana Sargam
Lead Vocals
Murtuza
Murtuza
Lead Vocals
Qadir
Qadir
Lead Vocals
Keith Peters
Keith Peters
Bass
Navin
Navin
Flute
Rani Mukerji
Rani Mukerji
Actor
Saroja
Saroja
Dilruba
Ustad Sultan Khan
Ustad Sultan Khan
Sarangi
V. J. Srinivasa Murthy
V. J. Srinivasa Murthy
Conductor
Vivek Oberoi
Vivek Oberoi
Actor
COMPOSITION & LYRICS
A.R. Rahman
A.R. Rahman
Composer
Gulzar
Gulzar
Lyrics
PRODUCTION & ENGINEERING
A.R. Rahman
A.R. Rahman
Producer
H. Sridhar
H. Sridhar
Sound Design
S. Sivakumar
S. Sivakumar
Engineer

Songteksten

[Verse 1]
दोस्तों से झूठी, दोस्तों से झूटी-मूटी दूसरों का नाम ले के
तेरी-मेरी बातें करना
यारा रात से दिन करना
लम्बी जुदाई तेरी बड़ा मुश्किल है
आहों से दिल भरना
यारा रात से दिन करना
कब ये पूरी होगी, दूर ये दूरी होगी
कब ये पूरी होगी, दूर ये दूरी होगी
रोज़ सफर करना
यारा रात से दिन करना
[Verse 2]
चुपके से
चुपके से
रात की चादर तले
चाँद के भी, आहट ना हो
बादल के पीछे चलें
जले कतरा-कतरा
गले कतरा-कतरा
रात भी ना हिले आधी-आधी
रात भी ना हिले आधी-आधी, ये
चुपके से
लग जा गले रात की चादर तले
[Verse 3]
फ़रवरी की सर्दियों की धूप में
मूँदी-मूँदी अखियों से देखना
हाथ की आड़ से
निम्मि-निम्मि ठंड और आग में
हौले-हौले मरवा की राग में
मीर की बात हो
दिन भी ना डूबे, रात ना आए
शाम कभी ना ढले
शाम ढले तोह सुबह ना आए
रात ही रात चले
[Verse 4]
चुपके से
चुपके से
रात की चादर तले
चाँद की भी आहट ना हो
बादल के पीछे चलें
[Verse 5]
दोस्तों से झूठी-मूठी दूसरों का नाम ले के
तेरी-मेरी बातें करना
यारा रात से दिन करना
लम्बी जुदाई तेरी बड़ा मुश्किल है
आहों से दिल भरना
यारा रात से दिन करना
कब ये पूरी होगी, दूर ये दूरी होगी
कब ये पूरी होगी, दूर ये दूरी होगी
रोज़ सफर करना
यारा रात से दिन करना
[Verse 6]
तुझ बिना पगली ये पुरवाई
तुझ बिना पगली ये पुरवाई
आके मेरे चुनरी में भर गई
तू कभी ऐसे ही
गले लग जैसे ये पुरवाई
आ गले लग जैसे ये पुरवाई
साथिया सुन तु
कल जो मुझको
नींद ना आए
पास बुला लेना
गोद में अपनी
सर रख लेना
लोरी सुना देना
[Verse 7]
चुपके से
लग जा गले रात की चादर तले
चाँद की भी आहट ना हो
बादल के पीछे चलें
जले कतरा-कतरा
गले कतरा-कतरा
रात भी ना हिले आधी-आधी
रात भी ना हिले आधी-आधी, ये
[Verse 8]
चुपके से
लग जा गले रात की चादर तले
चाँद की भी आहट ना हो
बादल के पीछे चलें
Written by: A. R. Rahman, Gulzar
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