Tekst Utworu

जहाँ मैंने देखा उसी को ही पाया ये क्या दर्द-ए-दिल मेरे दिल में जगाया? सुबह-शाम मेरे ख़यालों पे छाया कौन है जो सपनों में आया? कौन है जो सपनों में आया? कौन है जो सपनों में आया? कौन है जो सपनों में आया? जहाँ मैंने देखा उसी को ही पाया ये क्या दर्द-ए-दिल मेरे दिल में जगाया? सुबह-शाम मेरे ख़यालों पे छाया कौन है जो सपनों में आया? कौन है जो सपनों में आया? कौन है जो सपनों में आया? कौन है जो सपनों में आया? वो सबसे हसीं है, वो सबसे जुदा है ये आशिक़ दीवाना उसी पे फ़िदा है वो सबसे हसीं है, वो सबसे जुदा है ये आशिक़ दीवाना उसी पे फ़िदा है किसी दिन उसे लाऊँगा रु-ब-रु मैं मोहब्बत का क़िस्सा करूँगा शुरू में मुझे छुपके उसने बहुत है सताया ये क्या दर्द-ए-दिल मेरे दिल में जगाया? सुबह-शाम मेरे ख़यालों पे छाया कौन है जो सपनों में आया? कौन है जो सपनों में आया? कौन है जो सपनों में आया? कौन है जो सपनों में आया? वो रातों की नींदें उड़ाने लगा है मेरी ख़्वाहिशों को जगाने लगा है वो रातों की नींदें उड़ाने लगा है मेरी ख़्वाहिशों को जगाने लगा है अदाओं के नखरे दिखाऊँगी उसको मैं हद से भी ज़्यादा सताऊँगी उसको मेरी धड़कनों में वही है समाया ये क्या दर्द-ए-दिल मेरे दिल में जगाया? सुबह-शाम मेरे ख़यालों पे छाया कौन है जो सपनों में आया? कौन है जो सपनों में आया? कौन है जो सपनों में आया? कौन है जो सपनों में आया? जहाँ मैंने देखा उसी को ही पाया ये क्या दर्द-ए-दिल मेरे दिल में जगाया सुबह-शाम मेरे ख़यालों पे छाया कौन है जो सपनों में आया? कौन है जो सपनों में आया? कौन है जो सपनों में आया? कौन है जो सपनों में आया?
Writer(s): Sameer Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out