Kredyty
PERFORMING ARTISTS
Anuradha Paudwal
Performer
Babul Supriyo
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Jatin-Lalit
Composer
Sameer
Lyrics
Tekst Utworu
(ਜਿੰਦ ਮਾਹੀਆ, ਜਿੰਦ ਮਾਹੀਆ)
(ਮੇਰੇ ਢੋਲ ਸਿਪਾਹੀਆ)
(ਜਿੰਦ ਮਾਹੀਆ, ਜਿੰਦ ਮਾਹੀਆ)
(ਮੇਰੇ ਢੋਲ ਸਿਪਾਹੀਆ)
पल-भर में जादू क्या हो गया है?
(ਜਿੰਦ ਮਾਹੀਆ, ਜਿੰਦ ਮਾਹੀਆ)
(ਮੇਰੇ ਢੋਲ ਸਿਪਾਹੀਆ)
क्या मैंने पाया, क्या खो गया है
(ਜਿੰਦ ਮਾਹੀਆ, ਜਿੰਦ ਮਾਹੀਆ)
(ਮੇਰੇ ਢੋਲ ਸਿਪਾਹੀਆ)
पल-भर में जादू क्या हो गया है?
क्या मैंने पाया, क्या खो गया है
शर्म सी आए, कैसे बताऊँ?
तू पढ़ ले, सजन, मेरी आँखों में
ढाई अक्षर प्रेम के
ढाई अक्षर प्रेम के
(ਜਿੰਦ ਮਾਹੀਆ, ਜਿੰਦ ਮਾਹੀਆ)
(ਮੇਰੇ ਢੋਲ ਸਿਪਾਹੀਆ)
(ਜਿੰਦ ਮਾਹੀਆ, ਜਿੰਦ ਮਾਹੀਆ)
(ਮੇਰੇ ਢੋਲ ਸਿਪਾਹੀਆ)
रुत ने सजाईं फूलों की डोलियाँ
बोलो, तुम भी बोलो, कुछ मीठी बोलियाँ
हँसे क्यूँ काजल? उड़े क्यूँ आँचल?
मौसम को सब है पता
जाने किधर से, छुप के नज़र से
दिल पे कोई लिख जाए
ढाई अक्षर प्रेम के
ढाई अक्षर प्रेम के
तड़पाना, घबराना, शरमाना इश्क़ है
दिलबर की चाहत में मर जाना इश्क़ है
कोई ना जाने, हैं सब दीवाने
इश्क़ ने है सब को मारा
"आग में जल गया एक परवाना"
कह के जलती शमा से
ढाई अक्षर प्रेम के
ढाई अक्षर प्रेम के
पल-भर में जादू क्या हो गया है?
क्या मैंने पाया, क्या खो गया है
शर्म सी आए, कैसे बताऊँ?
तू पढ़ ले, सजन, मेरी आँखों में
ढाई अक्षर प्रेम के
ढाई अक्षर प्रेम के
(ਜਿੰਦ ਮਾਹੀਆ, ਜਿੰਦ ਮਾਹੀਆ)
(ਮੇਰੇ ਢੋਲ ਸਿਪਾਹੀਆ)
(ਜਿੰਦ ਮਾਹੀਆ, ਜਿੰਦ ਮਾਹੀਆ)
(ਮੇਰੇ ਢੋਲ ਸਿਪਾਹੀਆ)
(ਜਿੰਦ ਮਾਹੀਆ, ਜਿੰਦ ਮਾਹੀਆ)
(ਮੇਰੇ ਢੋਲ ਸਿਪਾਹੀਆ)
(ਜਿੰਦ ਮਾਹੀਆ, ਜਿੰਦ ਮਾਹੀਆ)
(ਮੇਰੇ ਢੋਲ ਸਿਪਾਹੀਆ)
Written by: Jatin-Lalit, Sameer

