Teledysk

Kredyty

PERFORMING ARTISTS
Kavita Krishnamurthy
Kavita Krishnamurthy
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Laxmikant-Pyarelal
Laxmikant-Pyarelal
Composer
Javed Akhtar
Javed Akhtar
Lyrics

Tekst Utworu

(हवा हवाई) (हवा हवाई) मैं खाबों की शहजादी मैं हूँ हर दिल पे छाई हो, मैं खाबों की शहजादी मैं हूँ हर दिल पे छाई बादल हैं मेरी ज़ुल्फ़ें बिजली मेरी अंगड़ाई बिजली गिराने मैं हूँ आयी हो, बिजली गिराने मैं हूँ आयी कहते हैं मुझको हवा हवाई (हवा हवाई) हवा हवाई (हवा हवाई) हवा हवाई, हवा हवाई बिजली गिराने मैं हूँ आयी हो, बिजली गिराने मैं हूँ आयी कहते हैं मुझको हवा हवाई (हवा हवाई) हवा हवाई (हवा हवाई) हवा हवाई, हवा हवाई समझे क्या हो? नादानों मुझको भोली ना जानो मैं हूँ साँपों की रानी काँटा माँगे ना पानी सागर से मोती छीनूँ दीपक से ज्योति छीनू पत्थर से आग लगा लूँ सीने से रात चुरा लूँ हाँ, चुरा लूँ, चुरा लूँ, हाँ-हाँ, चुरा लूँ जिनु जो तुमने बात छुपाई हो, जानु जो तुमने बात छुपाई कहते हैं मुझको हवा हवाई (हवा हवाई) हवा हवाई (हवा हवाई) हवा हवाई, हवा हवाई बिजली गिराने मैं हूँ आयी कहते हैं मुझको हवा हवाई लायी रंगीन अफ़साने तू भी सुन ले दीवाने आ दिल में हलचल कर दूँ आ तुझको पागल कर दूँ मेरी आँखों में जादू मेरी साँसों में खुशबू जब मेरा ये तन लचके जाये ना कोई बचके कोई बचके, बचके, बचके हाँ-हाँ, जी बचके सूरत ही मैंने ऐसी पायी हो, सूरत ही मैंने ऐसी पायी कहते हैं मुझको हवा हवाई (हवा हवाई) हवा हवाई (हवा हवाई) हवा हवाई, हवा हवाई बिजली गिराने मैं हूँ आयी हो, बिजली गिराने मैं हूँ आयी कहते हैं मुझको हवा हवाई (हवा हवाई) हवा हवाई (हवा हवाई) हवा हवाई, हवा हवाई (हवा हवाई) (हवा हवाई) (हवा हवाई) (हवा हवाई)
Writer(s): Javed Akhtar, Laxmikant Kudalkar, Sharma Pyarelal Lyrics powered by www.musixmatch.com
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