Tekst Utworu

(Ayy, oh) (Ayy, oh) (Ayy, oh) Ayy प्यार के नग़्मे गाएँ क्यूँ? प्यार में हम मर जाएँ क्यूँ? तुमने दिल को तोड़ा, तुमसे आख़िर दिल लगाएँ क्यूँ? प्यार के नग़्मे गाएँ क्यूँ? प्यार में हम मर जाएँ क्यूँ? तुमने दिल को तोड़ा, तुमसे आख़िर दिल लगाएँ क्यूँ? क़र्ज़ आशिक़ी का चुकाने की तैयारी है तुम सुनो, मैं बोलूँ, अब मेरी बारी है टेढ़ी बातों का सीधा जवाब है मैं बदतमीज़, मेरी आदत ख़राब है टेढ़ी बातों का सीधा जवाब है मैं बदतमीज़, मेरी आदत ख़राब है यूँ बेशरम होंगे, आँसू भी गर्म होंगे अपने लहू को जलाने की तैयारी है टेढ़ी बातों का सीधा जवाब है मैं बदतमीज़, मेरी आदत ख़राब है तुम ही रोज़ कहते थे, तुम ही मुझसे प्यार करोगे ऐसा कोई और ना कर पाएगा (ऐसा कोई और ना कर पाएगा) फिर क्यूँ ख़ाली कर गए? दिल को ऐसे-ऐसे कर गए ख़ाली, कोई और ना कर पाएगा ख़्वाबों के उजले दामन पे गिन ना पाओगे, हैं इतनी ख़राशें क़र्ज़ आशिक़ी का चुकाने की तैयारी है तुम सुनो, मैं बोलूँ, अब मेरी बारी है टेढ़ी बातों का सीधा जवाब है मैं बदतमीज़, मेरी आदत ख़राब है टेढ़ी बातों का सीधा जवाब है मैं बदतमीज़, मेरी आदत ख़राब है चीरे, बार-बार जो दिल को चीरे दर्द दे गए ऐसा, हाँ, दर्द दे गए तुम तो जानाँ, जान-जान कह के तुम मुझको जान ले गए मेरी, मेरी जान ले गए तुम तो वादों की, क़स्मों-वादों की ये जो लाशे हैं, कहाँ पे छुपाएँ? क़र्ज़ आशिक़ी का चुकाने की तैयारी है तुम सुनो, मैं बोलूँ, अब मेरी बारी है (टेढ़ी बातों का सीधा जवाब है) (मैं बदतमीज़, मेरी आदत ख़राब है) (टेढ़ी बातों का सीधा जवाब है) (मैं बदतमीज़, मेरी आदत ख़राब है) टेढ़ी बातों का सीधा जवाब है मैं बदतमीज़, मेरी आदत ख़राब है टेढ़ी बातों का सीधा जवाब है मैं बदतमीज़, मेरी आदत ख़राब है
Writer(s): Manoj Muntashir Shukla, Ankit Tiwari Lyrics powered by www.musixmatch.com
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