Tekst Utworu

रात में, ख़्वाब में वो मुझे सता रही है रात में, ख़्वाब में वो मुझे सता रही है रात में, ख़्वाब में वो मुझे सता रही है (धीरे-धीरे, धीरे-धीरे, धीरे-धीरे, धीरे-धीरे) वो धीरे-धीरे-धीरे मेरे दिल में आ रही है वो धीरे-धीरे-धीरे मेरे दिल में आ रही है रात में, ख़्वाब में वो मुझे सता रही है रात में, ख़्वाब में वो मुझे सता रही है वो धीरे-धीरे-धीरे मेरे दिल में आ रही है वो धीरे-धीरे-धीरे मेरे दिल में आ रही है वो पगली, अनजानी, कुछ जानी पहचानी मेरे दिल को क्यूँ भा गई? वो आई लहराई कुछ ऐसे शरमाई मेरी दुनिया पे छा गई यूँ आना, फिर जाना फिर आके बहकाना (धीरे-धीरे, धीरे-धीरे, धीरे-धीरे, धीरे-धीरे) वो धीरे-धीरे-धीरे मेरा दिल चुरा रही है वो धीरे-धीरे-धीरे मेरा दिल चुरा रही है वो धीरे-धीरे-धीरे मेरा दिल चुरा रही है ख़्वाबों से वो सच की इस दुनिया में आए कभी फिर ना हो वो जुदा मैं उसका हो जाऊँ, वो मेरी हो जाए मेरे दिल ने की है दुआ अब आना तो आना, आके ना जाना (धीरे-धीरे, धीरे-धीरे) वो धीरे-धीरे-धीरे अपना बना रही है वो धीरे-धीरे-धीरे अपना बना रही है रात में, ख़्वाब में वो मुझे सता रही है रात में, ख़्वाब में वो मुझे सता रही है वो धीरे-धीरे-धीरे मेरे दिल में आ रही है वो धीरे-धीरे-धीरे मेरे दिल में आ रही है वो धीरे-धीरे-धीरे मेरे दिल में आ रही है वो धीरे-धीरे-धीरे मेरे दिल में आ रही है धीरे-धीरे-धीरे मेरे दिल में आ रही है
Writer(s): Nusrat Badr, Saptarishi Lyrics powered by www.musixmatch.com
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