Teledysk

Kredyty

PERFORMING ARTISTS
Alka Yagnik
Alka Yagnik
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Laxmikant-Pyarelal
Laxmikant-Pyarelal
Composer

Tekst Utworu

ये धरती, ये अंबर जब से ये धरती, ये अंबर जब से तेरा-मेरा प्रेम है तब से तेरा-मेरा प्रेम है तब से ये धरती, ये अंबर जब से ये धरती, ये अंबर जब से तेरा-मेरा प्रेम है तब से तेरा-मेरा प्रेम है तब से ये धरती, ये अंबर जब से ये धरती, ये अंबर जब से दीप ने माँगी थी जब ज्योति दीप ने माँगी थी जब ज्योति सीप ने माँगा था जब मोती मैंने माँग लिया तुझे रब से मैंने माँग लिया तुझे रब से तेरा-मेरा प्रेम है तब से तेरा-मेरा प्रेम है तब से ये धरती, ये अंबर जब से ये धरती, ये अंबर जब से सदियों पुराना सारा ज़माना सदियों पुराना सारा ज़माना सारे ज़माने से भी पुराना प्रेम हमारा पूछ ले सब से प्रेम हमारा पूछ ले सब से तेरा-मेरा प्रेम है तब से तेरा-मेरा प्रेम है तब से ये धरती, ये अंबर जब से ये धरती, ये अंबर जब से हम दो पंछी मस्त हवाएँ, हो हम दो पंछी मस्त हवाएँ चल पिंजरा ले कर उड़ जाएँ दूर कहीं जा बैठें सब से दूर कहीं जा बैठें सब से तेरा-मेरा प्रेम है तब से तेरा-मेरा प्रेम है तब से ये धरती, ये अंबर जब से ये धरती, ये अंबर जब से तेरा-मेरा प्रेम है तब से तेरा-मेरा प्रेम है तब से तेरा-मेरा प्रेम है तब से
Writer(s): Anand Bakshi, Kudalkar Laxmikant, Pyarelal Ramprasad Sharma Lyrics powered by www.musixmatch.com
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