Kredyty
PERFORMING ARTISTS
Suman Kalyanpur
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Usha Khanna
Composer
Kamal Joshi
Composer
Asad Bhopali
Songwriter
Tekst Utworu
पर्दे की बात पर्दे में रहे तो अच्छा है
पर्दे की बात पर्दे में रहे तो अच्छा है
ना तुम अजनबी, ना हम अजनबी
ना तुम अजनबी, ना हम अजनबी
पर्दे की बात पर्दे में रहे तो अच्छा है
पर्दे की बात पर्दे में रहे तो अच्छा है
हुस्न जागा हुआ, रात मदहोश है
दर्द हैं जिसके दिल में वो ख़ामोश है
हो, हुस्न जागा हुआ, रात मदहोश है
दर्द हैं जिसके दिल में वो ख़ामोश है
जो हमको कहना था, वो हमने कह दिया
जो हमको कहना था, वो हमने कह दिया
पर्दे की बात पर्दे में रहे तो अच्छा है
पर्दे की बात पर्दे में रहे तो अच्छा है
रंग क्यूँ उड़ गया? आँख क्यूँ झूक गई?
कौन से मोड़ पर ज़िंदगी रुक गई
हो, रंग क्यूँ उड़ गया? आँख क्यूँ झूक गई?
कौन से मोड़ पर ज़िंदगी रुक गई
जो हमको कहना था, वो हमने कह दिया
जो हमको कहना था, वो हमने कह दिया
पर्दे की बात पर्दे में रहे तो अच्छा है
पर्दे की बात पर्दे में रहे तो अच्छा है
ना तुम अजनबी, ना हम अजनबी
ना तुम अजनबी, ना हम अजनबी
पर्दे की बात पर्दे में रहे तो अच्छा है
पर्दे की बात पर्दे में रहे तो अच्छा है
Written by: Asad Bhopali, Kamal Joshi, Usha Khanna