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ना जाने कैसे पल में बदल जाते हैं ना जाने कैसे पल में बदल जाते हैं ये दुनिया के बदलते रिश्ते क्या जाने कैसे रंगों में ढल जाते हैं ये दुनिया के बदलते रिश्ते ना जाने कैसे पल में बदल जाते हैं जुड़ कर कहीं दिल जोड़ दें टूटे तो दिल तोड़ जाते हैं ये जुड़ कर कहीं दिल जोड़ दें टूटे तो दिल तोड़ जाते हैं ये ये फूल बन कर हैं खिलते कहीं कहीं दिल में काँटे चुभाते हैं ये जाने कहाँ किस मोड़ पे देके दग़ा दिल को छल जाते हैं ये दुनिया के बदलते रिश्ते ना जाने कैसे पल में बदल जाते हैं ये दुनिया के बदलते रिश्ते अपनों से यूँ बिछड़े हैं जो उन्हें क्या बिछड़ने का कुछ ग़म नहीं? अपनों से यूँ बिछड़े हैं जो उन्हें क्या बिछड़ने का कुछ ग़म नहीं? मगर हार कर क्यूँ दुखों से कोई ज़हर घोल दे ज़िंदगी में कहीं सब खेल है तक़दीर का तक़दीर से ही बदल जाते हैं ये दुनिया के बदलते रिश्ते ना जाने कैसे पल में बदल जाते हैं ये दुनिया के बदलते रिश्ते रिश्ते कभी टूटे कहाँ जो टूट जाएँ वो रिश्ते नहीं रिश्ते कभी टूटे कहाँ जो टूट जाएँ वो रिश्ते नहीं छुपी है उदासी के पीछे हँसी दबी दर्द में भी ख़ुशी है कहीं सच तो है ये बस प्यार से जीवन हमारे बदल जाते हैं ये दुनिया के बदलते रिश्ते ना जाने कैसे पल में बदल जाते हैं ये दुनिया के बदलते रिश्ते
Writer(s): Laxmikant Pyarelal, Anjaan Lyrics powered by www.musixmatch.com
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