Tekst Utworu

तुझे पाया नहीं है, फिर भी खोने से डर रहा हूँ छुप-छुप के तुझ से, तेरा चेहरा मैं पढ़ रहा हूँ तुझे पाया नहीं है, फिर भी खोने से डर रहा हूँ छुप-छुप के तुझ से, तेरा चेहरा मैं पढ़ रहा हूँ थोड़े आँसू, थोड़ी यादें, थोड़ी चाहत, थोड़े वादे मुझ में बाक़ी अब तलक क्यूँ तेरे जज़्बात हैं? ये प्यार नहीं तो क्या है? ये प्यार नहीं तो क्या है? ये प्यार नहीं तो क्या है? ये प्यार नहीं तो क्या है? साया बन के संग तेरे धूप में चलना खुद से ही तारीफ़ें तेरी रात भर करना साया बन के संग तेरे धूप में चलना खुद से ही तारीफ़ें तेरी रात भर करना भूलूँ कैसे बीती बातें? ढूँढे तुझ को भीगी आँखें गूँजती कानों में अब तक बस तेरी आवाज़ है ये प्यार नहीं तो क्या है? ये प्यार नहीं तो क्या है? ये प्यार नहीं तो क्या है? ये प्यार नहीं तो क्या है? है तुझी से वास्ता बस, गैर सारा जहाँ तू मिले, बस तू मिले, और कुछ भी चाहूँ ना है तुझी से वास्ता बस, गैर सारा जहाँ तू मिले, बस तू मिले, और कुछ भी चाहूँ ना टूटे-टूटे ख़्वाब सारे, बुझ गए अहसास ये सारे याद फ़िर भी अब तलक मुझ को तेरी हर बात है ये प्यार नहीं तो क्या है? ये प्यार नहीं तो क्या है? ये प्यार नहीं तो क्या है? ये प्यार नहीं तो क्या है?
Writer(s): Rahul Jain Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out