Tekst Utworu

आँखें तेरी रूठी-रूठी क्यूँ लगें? चेहरा तेरा रूखा-रूखा क्यूँ लगे? आँखें तेरी रूठी-रूठी क्यूँ लगें? चेहरा तेरा रूखा-रूखा क्यूँ लगे? "राहत सी दे दूँ तुझे," दिल कहे "आदत सी बना लूँ तुझे," दिल कहे ढूँढे दिल तुझे ये कितनी मर्तबा ढूँढे दिल तुझे ये कितनी मर्तबा हर दफ़ा, हर दफ़ा हर दफ़ा, हर दफ़ा, हर दफ़ा तेरे लबों पे हँसी मैं लाऊँ ज़ख्मों को तेरे मैं, हाँ, अपना बनाऊँ चाहत मेरी, तू रहना खुश सदा माँगूँ मैं रब से यही दुआ "राहत सी दे दूँ तुझे," दिल कहे "आदत सी बना लूँ तुझे," दिल कहे ढूँढे दिल तुझे ये कितनी मर्तबा ढूँढे दिल तुझे ये कितनी मर्तबा हर दफ़ा, हर दफ़ा हर दफ़ा, हर दफ़ा, हर दफ़ा तेरे ग़मों को जीना चाहूँ अश्कों में तेरे, हाँ, खुद को भिगा दूँ तू आशिक़ी, तू ही तिश्नगी मेरे हर लफ़्ज़ की पंक्ति तू "राहत सी दे दूँ तुझे," दिल कहे "आदत सी बना लूँ तुझे," दिल कहे ढूँढे दिल तुझे ये कितनी मर्तबा ढूँढे दिल तुझे ये कितनी मर्तबा हर दफ़ा, हर दफ़ा हर दफ़ा, हर दफ़ा, हर दफ़ा
Writer(s): Rahul Jain Lyrics powered by www.musixmatch.com
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