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पी जाऊँ तेरे ये ग़म मर जाऊँ बिन तेरे हमदम पी जाऊँ तेरे ये ग़म मर जाऊँ बिन तेरे हमदम तेरे होने से जन्नतें हासील कलमे तेरे पढ़ूँ तू खुदा तेरे नूर से ही मैं अब पूरा हुआ तू जो ना मिले अब तो मैं अधूरा रेह गया तेरे नूर से ही मैं अब पूरा हुआ तू जो ना मिले अब तो मैं अधूरा रेह गया तू बसी है मुझमें रूह की तरह मैं मेरा ना रहा, तेरा हुआ दिल का वो दर्द तड़पाके पलकों से उतर आया पलकों से जब सहा ना गया अश्कों में उतर आया मैं कूछ भी नहीं, तेरी परछाई हूँ मेरा वजूद है तू, ओ यारा तेरे नूर से ही मैं अब पूरा हुआ तू जो ना मिले अब तो मैं अधूरा रेह गया तेरे नूर से ही मैं अब पूरा हुआ तू जो ना मिले अब तो मैं अधूरा रेह गया तन्हाई है मुझपे ये छायी तू जो है तो एक सुकून है बेवजह ये ज़िंदगी की इकलौती मंज़िल तू है तेरी साँसों में मेरी साँस जुड़ी इस पल के लिए हूँ फ़ना तेरे नूर से ही मैं अब पूरा हुआ तू जो ना मिले अब तो मैं अधूरा रेह गया तेरे नूर से ही मैं अब पूरा हुआ तू जो ना मिले अब तो मैं अधूरा रेह गया
Writer(s): Madhav Mahajan, Angela Krislinzki Lyrics powered by www.musixmatch.com
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