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दिल कि तपिश आज है आफताब, आफताब जी मोरे, दिल कि तपिश आज है आफताब, आफताब दिल कि तपिश आज है आफताब बिसरे सगरे, बिसरे सगरे बिसरे सगरे सपने कहिना लगे मन ये आज मोरा दिल कि तापिश आज है आफताब स रि ग म प ध प म ग रि ग म ग रे ग ध नि स रि ग प, रि ग म प ध ग म प ध नि, म प ध नि स दिल कि तपिश आज है आफताब गीत लुभावन यु मन भावन गीत लुभावन यु मन भावन जैसे बरसे पहला सावन जैसे बरसे पहला सावन महके अंगनिया, बहेके आज जिया है संगीत कि जीत, ये गीत सुनकर इस दिल कि ये धडकन बिसुराये हर गम गुंजे जब हर पल हर दम तन तम भरमाये दिल कि तापिश आज है आफताब... है आफताब... है आफताब
Writer(s): Shankar Mahadevan, Ehsaan Noorani, Sameer Samant, Loy Mendonsa Lyrics powered by www.musixmatch.com
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