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ख्वाबों की दुनिया मुकम्मल कहाँ है जीने की ख्वाहिश में मरना यहाँ है मंजिल यही है यही कारवां है जीने की ख्वाहिश में मरना यहाँ है सर पर उठाया है क्यूँ आसमां को अगर बढ़ है जाती तेरी धड़कने सेहमी है धड़कन सिहरी है धड़कन ठहरी है धड़कन तो क्या हो गया सेहमी है धड़कन सिहरी है धड़कन ठहरी है धड़कन तो क्या हो गया पुरानी किताबों के पन्ने सभी गवाही यहाँ देने आ जायेंगे ख्यालों में यादों के आकर उजाले सभी दाग़ दिल के मिटा जायेंगे किसको फिकर है तुम्हारी यहाँ पर अगर बढ़ है जाती तेरी धड़कने सेहमी है धड़कन सिहरी है धड़कन ठहरी है धड़कन तो क्या हो गया सेहमी है धड़कन सिहरी है धड़कन ठहरी है धड़कन तो क्या हो गया खुदा इस जहां से तो बरसों खफा है गनीमत है तुमसे तो इंसान है रूठा दरिया की तरह ज़माने के आँसू पलकों से तेरी तो क़तरा है छूटा सर पर उठाया है क्यूँ आसमां को अगर बढ़ है जाती तेरी धड़कने सेहमी है धड़कन सिहरी है धड़कन ठहरी है धड़कन तो क्या हो गया सेहमी है धड़कन सिहरी है धड़कन ठहरी है धड़कन तो क्या हो गया
Writer(s): Dr Sagar, Vipin Patwa Lyrics powered by www.musixmatch.com
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