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मेरे दिल की गलियों में... मेरे दिल की गलियों में कब से तू आबाद है मुझे थोड़ा-थोड़ा, हो, मुझे थोड़ा-थोड़ा याद है हो, मुझे थोड़ा-थोड़ा याद है सदियों पहले तू ही था... सदियों पहले तू ही था, तू ही सदियों के बाद है मुझे थोड़ा-थोड़ा, हो, मुझे थोड़ा-थोड़ा याद है हो, मुझे थोड़ा-थोड़ा याद है मेरे दिल की गलियों में कब से तू आबाद है मुझे थोड़ा-थोड़ा, हो, मुझे थोड़ा-थोड़ा याद है हो, मुझे थोड़ा-थोड़ा याद है भूली-बिसरी यादों से एक तस्वीर बनाई है भूली-बिसरी यादों से एक तस्वीर बनाई है गुज़रा हुआ ज़माना है, लंबी बड़ी जुदाई है दिल में तेरी याद है, मेरे होंठों पे फ़रियाद है मुझे थोड़ा-थोड़ा, हो, मुझे थोड़ा-थोड़ा याद है हाँ, मुझे थोड़ा-थोड़ा याद है हम एक-दूजे के होंगे, ये कब मेरे सजन होगा? हम एक-दूजे के होंगे, ये कब मेरे सजन होगा? हम १०० बार मिले-बिछड़े, अब की बार मिलन होगा तेरा-मेरा प्यार अमर है, क्या ये तुझ को याद है? मुझे थोड़ा-थोड़ा, हो, मुझे थोड़ा -थोड़ा याद है हो, मुझे थोड़ा-थोड़ा याद है तोड़ के सारी दीवारें इस दुनिया की रस्मों की तोड़ के सारी दीवारें इस दुनिया की रस्मों की झूम के वापस आई है ये रुत वादों-क़समों की टूट गया ग़म का पिंजरा... टूट गया ग़म का पिंजरा, पंछी अब आज़ाद है हाँ, मुझे थोड़ा-थोड़ा, हो, मुझे थोड़ा-थोड़ा याद है हो, मुझे थोड़ा-थोड़ा याद है मेरे दिल की गलियों में कब से तू आबाद है सदियों पहले तू ही था, तू ही सदियों के बाद है हो, मुझे थोड़ा-थोड़ा, हो, मुझे थोड़ा-थोड़ा याद है हो, मुझे थोड़ा-थोड़ा याद है हो, मुझे थोड़ा-थोड़ा... हो, मुझे थोड़ा-थोड़ा... हो, मुझे थोड़ा-थोड़ा याद है हो, मुझे थोड़ा-थोड़ा याद है
Writer(s): Anand Bakshi, Laxmikant Kudalkar, Pyarelal Sharma Lyrics powered by www.musixmatch.com
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