Tekst Utworu

संग-ए-मरमर से ज़्यादा हसीं आप हो हो, संग-ए-मरमर से ज़्यादा हसीं आप हो मेरे ख़्वाबों की रंगीं ज़मीं आप हो मैं तो सूरज की किरणों में भीगा बहुत ओस बन के गिरी जो, नमी आप हो एक इशारे में सब कुछ बता दीजिए एक इशारे में सब कुछ बता दीजिए ईद हो जाएगी... ईद हो जाएगी, मुस्कुरा दीजिए ईद हो जाएगी, मुस्कुरा दीजिए हो, ईद हो जाएगी, मुस्कुरा दीजिए हो, अदा पुर-कशिश है, नज़र आतिशी है तुझे भूल पाना मुनासिब नहीं है मुझको ही मुझमें नहीं ढूँढ पाऊँ ज़र्रों में दिल के तू ही तू बसी है ये नज़रें उठा के झुका दीजिए ये नज़रें उठा के झुका दीजिए ईद हो जाएगी... ईद हो जाएगी, मुस्कुरा दीजिए ईद हो जाएगी, मुस्कुरा दीजिए हो, ईद हो जाएगी, मुस्कुरा दीजिए तुम्हें देखने से सुकूँ मिल रहा है कोई ख़्वाब था, जो मुक़म्मल हुआ है लफ़्ज़ों में तुमको बयाँ क्या करूँ मैं? तुम्हें हुस्न से यूँ नवाज़ा गया है मेरे हिस्से में ख़ुद को लिखा दीजिए मेरे हिस्से में ख़ुद को लिखा दीजिए ईद हो जाएगी... ईद हो जाएगी, मुस्कुरा दीजिए ईद हो जाएगी, मुस्कुरा दीजिए हो, ईद हो जाएगी, मुस्कुरा दीजिए
Writer(s): Kunwar Radharaman Juneja, Raghav Sachar Lyrics powered by www.musixmatch.com
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