Tekst Utworu

झुकी तेरी पलकों में मिल जाए मुझे पनाह पलकें गिरें आँसू-भरी, रह जाएँ मेरे निशाँ टूटे दिल की मत कर तू फ़िकर, मेरे हमनवा प्यार दूँ तुझको इस क़दर, रह जाएँ मेरे निशाँ मेरे निशाँ, मेरे निशाँ मेरे निशाँ, मेरे निशाँ मेरे निशाँ, मेरे निशाँ मेरे निशाँ खाक में मिल जाऊँ मैं जैसे कि एक लम्हा आ लग जा सीने से, बन जा मेरा रहनुमा देखता हूँ सपने तेरे, सुन ले, मेरी जान-ए-जाँ ख़्वाब ये सच हो जाए 'गर खुदा हो मेहरबाँ मेरे निशाँ, मेरे निशाँ मेरे निशाँ, मेरे निशाँ मेरे निशाँ, मेरे निशाँ मेरे निशाँ, मेरे निशाँ सजदे में तेरे सर झुकता बस चाहत की है ये दास्ताँ रूठ गया मेरा रब जो मुझसे तो मिटा दे वो मेरे निशाँ मेरे निशाँ, मेरे निशाँ मेरे निशाँ, मेरे निशाँ मेरे निशाँ, मेरे निशाँ मेरे निशाँ, हाँ, मेरे निशाँ मेरे निशाँ मेरे निशाँ, मेरे निशाँ मेरे निशाँ, निशाँ, निशाँ मेरे निशाँ, निशाँ, निशाँ मेरे निशाँ, निशाँ, निशाँ मेरे निशाँ
Writer(s): Darshan Raval Lyrics powered by www.musixmatch.com
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