Tekst Utworu

शायद सदियों से तेरा-मेरा नाता है तुझे एक दिन ना देखूँ तो ये दिल रुक जाता है बेचैनी मेरी बढ़ती जाए, आँखें मेरी तरसे, हाय जाने मुझे ऐसा क्या हो गया मिलता नहीं है सुकूँ तेरे बिना जाने क्यूँ जो कभी ना हुआ, हो गया लगे घर सा मुझको तेरी बाँहों में, बाँहों में हाँ, लगे घर सा मुझको तेरी बाँहों में, बाँहों में ना मज़ा है बिन तेरे इन रातों में, रातों में हाँ, लगे घर सा मुझको (तेरी बाँहों में, बाँहों में) तेरा हो गया, ऐसे खो गया तू ही मेरे ख़्वाबों में, साँसों में है बसा रहना चाहूँ मैं तेरा ही सदा चाहे यारा कुछ भी हो जाए, कुछ भी खो जाए रास ना आए, मुझे साँस ना आए हाँ, तेरे बिन जीने का एहसास ना आए बेचैनी मेरी बढ़ती जाए, आँखें मेरी तरसे, हाय जाने मुझे ऐसा क्या हो गया मिलता नहीं है सुकूँ तेरे बिना जाने क्यूँ जो कभी ना हुआ, हो गया लगे घर सा मुझको तेरी बाँहों में, बाँहों में हाँ, लगे घर सा मुझको तेरी बाँहों में, बाँहों में ना मज़ा है बिन तेरे इन रातों में, रातों में हाँ, लगे घर सा मुझको (तेरी बाँहों में, बाँहों में) (लगे घर सा मुझको तेरी बाँहों में) (तेरी बाँहों में)
Writer(s): Kevin Shaji, Rishabh Anil Kant Lyrics powered by www.musixmatch.com
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