Tekst Utworu

हाँ, उड़ चले रे पंछी चाँद-तारे चूमने बादलों का लेके ये सहारा जुड़ गए हैं रास्ते इस सफ़र के मोड़ पे रब का ही था वो इशारा ये नए-नए पल भरने लगे अभी-अभी दिल हँसने लगे ये नए-नए पल भरने लगे अभी-अभी दिल हँसने लगे अरे, घूमे, घूमे, घूमे संग में घूमे, घूमे, घूमे संग में, घूमे रे, घूमे संग में रे अरे, घूमे, घूमे, घूमे संग में घूमे रे, घूमे संग में, घूमे रे, घूमे संग में रे चाँद की छाँव में, भीगी बरसात में दिल का दरिया मुस्कुराए एक सुकूँ सा अनकही ख़्वाहिशें, बेख़ुदी, कोशिशें मन की चाहत जगमगाए एक जुनूँ सा ये नए-नए पल भरने लगे अभी-अभी दिल हँसने लगे ये नए-नए पल भरने लगे अभी-अभी दिल हँसने लगे अरे, घूमे, घूमे, घूमे संग में (घूमे) घूमे, घूमे, घूमे संग में, घूमे रे, घूमे संग में रे (घूमे) अरे, घूमे, घूमे, घूमे संग में (घूमे) घूमे रे, घूमे संग में, घूमे रे, घूमे संग में रे (घूमे)
Writer(s): Mark K Robin Lyrics powered by www.musixmatch.com
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