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धीरे-धीरे गम अब वह लेंगे हम
रहना अकेले ही रहेंगे हम
पर जीना नहीं तेरे संग
पर जीना नहीं तेरे संग
धीरे-धीरे गम अब वह लेंगे हम
रहना अकेले ही रहेंगे हम
पर जीना नहीं तेरे संग
पर जीना नहीं तेरे संग
अकेले ही रहने की आदत है
अकेले ही सेहने की आदत है
है आदत है सब कुछ छुपाने की
किसी को कुछ भी ना बताएं
माई रातो की बहो माई रहता हूं
माई सबकी निगाहो माई रहता हूं
उसकी ही आंखो ने थमा था
उसके के हाय गम अब शेता हू
चूहे में काली क्या है
संजनी के वादो का क्या है
कभी इससे तो कभी उससे
प्यार भारी बातो क्या है
आई नॉक हाय नॉक बाद में जाना माई
माई फ्रिता उही दीवाना माई
उसके तो हाथो में खंजर था
केसे ना पहचाने माई का प्रयोग करें
धीरे-धीरे गम अब वह लेंगे हम
रहना अकेले ही रहेंगे हम
पर जीना नहीं तेरे संग
पर जीना नहीं तेरे संग
धीरे-धीरे गम अब वह लेंगे हम
रहना अकेले ही रहेंगे हम
पर जीना नहीं तेरे संग
पर जीना नहीं तेरे संग
आँखो माई पत्ती जो बांधी
तूने प्यार की तेरे
माई समझ नी पाया
सर पे तलवार है मेरे
तूने उन को लड़ाया
जिनमें से किसी को प्यार था घेरा
मेने सब कुछ भुलाया
भूलना नी कभी तेरा चेरा
धीरे-धीरे गम अब वह लेंगे हम
रहना अकेले ही रहेंगे हम
पर जीना नहीं तेरे संग
पर जीना नहीं तेरे संग
धीरे-धीरे गम अब वह लेंगे हम
रहना अकेले ही रहेंगे हम
पर जीना नहीं तेरे संग
पर जीना नहीं तेरे संग
Writer(s): Sumit Kumar
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