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ए गंगा ए गंगा ए गंगा तुमने सब तो देखा आपने तीरे ए गंगा तुमने सब तो देखा आपने तीरे थमी नहीं तुम, कैसे बहती हो? धीरे-धीरे, धीरे-धीरे ए गंगा, ए गंगा ए गंगा तुमने सब तो देखा आपने तीरे ए गंगा तुमने सब तो देखा आपने तीरे इतना गहरा घुप्प अंधेरा कब था पहले? इतनी सिस्की सुनकर भी तेरा दिल ना दहके थोड़ा-थोड़ा हम सबका कुछ सूखा सा है धीरे-धीरे ये बहना तेरा जूठा सा है ए गंगा, ए गंगा ए गंगा तुमने सब तो देखा आपने तीरे ए गंगा तुमने सब तो देखा आपने तीरे दूर-दूर तक दिल को ना दे कोई दिलासा जरा सा सूरज दिखा नहीं के फिर से कुआसा हो, दूर-दूर तक दिल को ना दे कोई दिलासा अरे, जरा सा सूरज दिखा नहीं के फिर से कुआसा हर पाल बढ़ती जाती है अपनी उलझन ये आस भवर में डूबा सा जाए मेरा मन ये हो, डूब रहे हम सब को भी तुम साथ ले चलो ए गंगा (हाँ धीरे-धीरे, कैसे बहती सौंध) ए गंगा (धीरे-धीरे, धीरे-धीरे)
Writer(s): Anurag Saikia Lyrics powered by www.musixmatch.com
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