Kredyty
PERFORMING ARTISTS
Kabban Mirza
Lead Vocals
Jan Nisar Akhtar
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Khaiyyaam
Composer
Jan Nisar Akhtar
Songwriter
Tekst Utworu
ये ज़मीं चुप है, आसमाँ चुप है
फ़िर ये धड़कन सी चार-सू क्या है?
ऐ, दिल-ए-नादाँ
ऐ, दिल-ए-नादाँ
ख़ुदा ख़ैर करे
आई ज़ंजीर की झंकार
ख़ुदा ख़ैर करे
दिल हुआ किसका गिरफ़्तार
ख़ुदा ख़ैर करे
आई ज़ंजीर की झंकार
जाने ये कौन मेरी रूह को छूकर गुज़रा!
जाने ये कौन!
जाने ये कौन मेरी रूह को छूकर गुज़रा!
एक क़यामत हुई बेदार
एक क़यामत हुई बेदार
ख़ुदा ख़ैर करे
लम्हा-लम्हा मेरी आँखों में खिच जाती है
लम्हा-लम्हा मेरी आँखों में खिच जाती है
एक चमकती हुई तलवार
ख़ुदा ख़ैर करे
दिल हुआ किसका गिरफ़्तार
ख़ुदा ख़ैर करे
आई ज़ंजीर की झंकार
Written by: Jan Nisar Akhtar, Khaiyyaam