Tekst Utworu

मैं गाऊँ, तू चुप हो जा मैं जागूँ रे, तू सो जा मैं गाऊँ, तू चुप हो जा मैं जागूँ रे, तू सो जा धरती की काया सोई अंबर की माया सोई झिलमिल तारों के नीचे सपनों की छाया सोई मैं ढूँढूँ रे, तू खो जा मैं जागूँ रे, तू सो जा जाने हवाएँ कहाँ खोईं सागर की भी लहरे सोईं दुनिया का सब दुखड़ा भर के तेरी दो अखियाँ रे क्यूँ रोईं? आँसू के शबनम धो जा मैं जागूँ रे, तू सो जा आँसू तेरे मुझ को दे-दे बदले में मेरी हँसी ले-ले तेरा तो मन सुख से खेले मेरा हृदय तेरा दुख झेले नए बीज ख़ुशी के बो जा मैं जागूँ रे, तू सो जा
Writer(s): Bharat Vyas, Vasant Shantaram Desai Lyrics powered by www.musixmatch.com
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