Letra

है मौन में डूबी दुनिया तेरा क़िस्सा कौन सुनाए? जो कहे, तुझे ना जाने जो जाने, कह ना पाए ख़्वाबों का मुसाफ़िर नमाज़ी ना क़ाफ़िर साइयाँ, ये बता दे कहाँ हूँ मैं आख़िर? ये कैसी है तेरी आँख-मिचोली? मुझे घर ले जा, हमजोली दिल दर-ब-दर मेरा दिल दर-ब-दर दिल दर-ब-दर मेरा दिल दर-ब-दर तू मेरा ही साया, मैं तेरी ही छाया मैं तेरे बिना ज़ाया रगों मे बहा तू, नज़र में रहा तू मगर ना नज़र आया तुझ से ही चल के मैं गुज़रा तुझ पे ही आ ठहरा आ, दे दूँ मुझ को मैं तुझ को जाता क्या है मेरा? ये कैसी है तेरी आँख-मिचोली? मुझे घर ले जा, हमजोली दिल दर-ब-दर मेरा दिल दर-ब-दर दिल दर-ब-दर मेरा दिल दर-ब-दर मैं शाख़ों से टूटा, हवाओं से रूठा उड़ा जा रहा हूँ कहाँ? हाँ, जाऊँ कहीं मैं, खिलूँगा वहीं मैं मिले मुझ को तू जहाँ आ, मिल जा मुझ से मैं कब से देखूँ तेरी राहें बीता एक अरसा, मैं तरसा अब खोल दे बाँहें ये कैसी है तेरी आँख-मिचोली? मुझे घर ले जा, हमजोली दिल दर-ब-दर मेरा दिल दर-ब-दर दिल दर-ब-दर मेरा दिल दर-ब-दर दिल दर-ब-दर दर-ब-दर, दर-ब-दर है है दिल दर-ब-दर दिल दर-ब-दर है
Writer(s): Manoj Muntashir, Ankit Tiwari Lyrics powered by www.musixmatch.com
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