Letra

यूँ ही नहीं तुझ पे दिल ये फ़िदा हैं सब से तू अलहिदा, सब से जुदा हैं यूँ ही नहीं तुझ पे दिल ये फ़िदा हैं सब से तू अलहिदा, सब से जुदा हैं नामुमकीन तुझ सा कोई चेहरा मिल पाना दिल मेरा चाहे जब भी तू आए तुझ से मैं कह दूँ, "वापस ना जाना" बाँहों में तेरी सारी शब जागूँ आँखों से देखूँ सुबहों का आना दिल मेरा चाहे जब भी तू आए तुझ से मैं कह दूँ, "वापस ना जाना" बाँहों में तेरी सारी शब जागूँ आँखों से देखूँ सुबहों का आना मिलोगे कभी जो तुम, बताएँगे क्या हो तुम मिलो अब अकेले, रहा जाए ना मिलोगे कभी जो तुम, बताएँगे क्या हो तुम मिलो अब अकेले, रहा जाए ना बहुत ही ज़रूरी हो, ख़तम सारी दूरी हो कोई फ़ासला अब सहा जाए ना मुश्किल हैं दिल को बिन तेरे समझाना दिल मेरा चाहे जब भी तू आए तुझ से मैं कह दूँ, "वापस ना जाना" बाँहों में तेरी सारी शब जागूँ आँखों से देखूँ सुबहों का आना दिल मेरा चाहे जब भी तू आए तुझ से मैं कह दूँ, "वापस ना जाना" बाँहों में तेरी सारी शब जागूँ आँखों से देखूँ सुबहों का आना अजब दिल की हालत हो, जो तेरी ज़िआरत हो नज़र को नज़ारा कोई भाए ना अजब दिल की हालत हो, जो तेरी ज़िआरत हो नज़र को नज़ारा कोई भाए ना ये वो बेक़रारी हैं, जो दरिया सी जारी हैं तेरा इश्क़ मुझ को बहा जाए ना साहिल की तरह तू मुझ को बचाना दिल मेरा चाहे जब भी तू आए तुझ से मैं कह दूँ, "वापस ना जाना" बाँहों में तेरी सारी शब जागूँ आँखों से देखूँ सुबहों का आना दिल मेरा चाहे जब भी तू आए तुझ से मैं कह दूँ, "वापस ना जाना" बाँहों में तेरी सारी शब जागूँ आँखों से देखूँ सुबहों का आना
Writer(s): Arafat Mehmood, Shabab Azmi Lyrics powered by www.musixmatch.com
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