Créditos

INTERPRETAÇÃO
Manna Dey
Manna Dey
Interpretação
COMPOSIÇÃO E LETRA
S . N . Tripathi
S . N . Tripathi
Composição
B. D. Mishra
B. D. Mishra
Composição

Letra

सारे जग का एक है ईश्वर
तीन है उसके वेश
एक है ब्रह्मा एक है विष्णु
और है एक महेश
आ, सबकी नैया लगाते किनारे
ब्रह्मा विष्णु महेश हमारे
सारी दुनिया इन्ही के सहारे
ब्रह्मा विष्णु महेश हमारे
(सबकी नैया लगाते किनारे)
(ब्रह्मा विष्णु महेश हमारे)
(सारी दुनिया इन्ही के सहारे)
(ब्रह्मा विष्णु महेश हमारे)
धरती गगन आग पानी पवन से
ब्रह्मा जगत को रचाते
विष्णु करे सबका पालन जगत मे
शिव भोलेनात संहारते
शिव भोलेनात संहारते
एक रचे पाले एक संहारे
ब्रह्मा विष्णु महेश हमारे
सबकी नैया लगाते किनारे
ब्रह्मा विष्णु महेश हमारे
सागर की लहरो को बादल बनाए
बादल को जल की धारा
दिन मे ये तारे को सूरज बनाते
रातो मे सूरज को तारा
रातो मे सूरज को तारा
इनके करतब है सबसे न्यारे
ब्रह्मा विष्णु महेश हमारे
(सबकी नैया लगाते किनारे)
(ब्रह्मा विष्णु महेश हमारे)
ये ही पवन बनके देते है जीवन
जल बनके प्यास बुझाते
बनके यही अन्न धरती से उपजे
हम सबकी की भूख मिटाते
हम सबकी की भूख मिटाते
सारे जग के है पालन हारे
ब्रह्मा विष्णु महेश हमारे
सबकी नैया लगाते किनारे
ब्रह्मा विष्णु महेश हमारे
सारी दुनिया इन्ही के सहारे
ब्रह्मा विष्णु महेश हमारे
सबकी नैया लगाते किनारे
ब्रह्मा विष्णु महेश हमारे
Written by: B. D. Mishra, S . N . Tripathi
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