Letra
बचना ऐ हसीनों, लो मैं आ गया
हाय, बचना ऐ हसीनों, लो मैं आ गया
हुस्न का आशिक़, हुस्न का दुश्मन
अपनी अदा है यारों से जुदा
है, बचना ऐ हसीनों, लो मैं आ गया
है, बचना ऐ हसीनों, लो मैं आ गया
हुस्न का आशिक़, हुस्न का दुश्मन
अपनी अदा है यारों से जुदा
है, बचना ऐ हसीनों, लो मैं आ गया
है, दुनिया में नहीं है, आज मेरा सा दीवाना
प्यार वालों की जुबां पे है मेरा ही तराना
सबकी रंग भरी आँखों पे आज,
चमक रहा है मेरा ही नशा
बचना ऐ हसीनों, लो मैं आ गया
जाम मिलतें हैं अदब से, शाम देती है सलामी
गीत झुकते है लबों पे, साज़ करते हैं गुलामी
हो कोई, परदा या बादशाह,
आज तो सब हैं मुझपे फ़िदा
है, बचना ऐ हसीनों, लो मैं आ गया
एक हंगामा उठा दूं, मैं तो जाऊं जिधर से
जीत लेता हूँ दिलों को, एक हल्की सी नजर से
महबूबों की महफ़िल में आज, छायी है छायी है मेरी ही अदा
बचना ऐ हसीनों, लो मैं आ गया
है, बचना ऐ हसीनों, लो मैं आ गया
हुस्न का आशिक़, हुस्न का दुश्मन
अपनी अदा है यारों से जुदा
है, बचना ऐ हसीनों, लो मैं आ गया
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, Rahul Dev Burman
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