Créditos
INTERPRETAÇÃO
Jonita Gandhi
Interpretação
Rana Mazumder
Interpretação
COMPOSIÇÃO E LETRA
Rana Mazumder
Composição
Raja Mehdi Ali Khan
Composição
Letra
लग जा गले कि फिर ये हसीं रात हो-न-हो
शायद फिर इस जनम में मुलाक़ात हो-न-हो
लग जा गले...
हमको मिली हैं आज ये घड़ियाँ नसीब से
हमको मिली हैं आज ये घड़ियाँ नसीब से
जी भर के देख लीजिए हमको क़रीब से
फिर आपके नसीब में ये बात हो-न-हो
शायद फिर इस जनम में मुलाक़ात हो-न-हो
लग जा गले...
पास आइए कि हम नहीं आएँगे बार-बार
पास आइए कि हम नहीं आएँगे बार-बार
बाँहें गले में डाल के हम रो लें ज़ार-ज़ार
आँखों से फिर ये प्यार की बरसात हो-न-हो
शायद फिर इस जनम में मुलाक़ात हो-न-हो
लग जा गले...
Written by: Raja Mehdi Ali Khan, Rana Mazumder