Ouça Ab Main Rashan Ki Qataron Mein Nazar Aata Hoon de Jagjit Singh.

Ab Main Rashan Ki Qataron Mein Nazar Aata Hoon

Jagjit Singh

Ghazals

240 Shazams

Vídeo da música

Créditos

PERFORMING ARTISTS
Jagjit Singh
Jagjit Singh
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Khaleel Dhantejvi
Khaleel Dhantejvi
Songwriter
PRODUCTION & ENGINEERING
Jagjit Singh
Jagjit Singh
Producer

Letra

अब मैं राशन की क़तारों में नज़र आता हूँ अब मैं राशन की क़तारों में नज़र आता हूँ अपने खेतों से बिछड़ने की सज़ा पाता हूँ अब मैं राशन की क़तारों में नज़र आता हूँ इतनी महँगाई कि बाज़ार से कुछ लाता हूँ इतनी महँगाई कि बाज़ार से कुछ लाता हूँ अपने बच्चों में उसे बाँट के शरमाता हूँ अब मैं राशन की क़तारों में नज़र आता हूँ अपनी नींदों का लहू पोंछने की कोशिश में अपनी नींदों का लहू पोंछने की कोशिश में जागते-जागते थक जाता हूँ, सो जाता हूँ अब मैं राशन की क़तारों में नज़र आता हूँ अपने खेतों से बिछड़ने की सज़ा पाता हूँ अब मैं राशन की क़तारों में नज़र आता हूँ कोई चादर समझ के खींच ना ले फिर से, ख़लील कोई चादर समझ के खींच ना ले फिर से, ख़लील मैं कफ़न ओढ़ के footpath पे सो जाता हूँ अब मैं राशन की क़तारों में नज़र आता हूँ अपने खेतों से बिछड़ने की सज़ा पाता हूँ अब मैं राशन की क़तारों में नज़र आता हूँ
Writer(s): Khaleel Dhantejvi, Jagjit Singh Lyrics powered by www.musixmatch.com
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