Letra

किसी शाम की तरह, तेरा रंग है खिला मैं रात इक तन्हा, तू चाँद सा मिला हाँ तुझे देखती रही किसी ख्वाब की तरह जो अब सामने है तू हो कैसे यक़ीं भला टूटा जो कभी तारा, ਸੱਜਨਾ ਵੇ तुझे रब से मांगा रब से जो मांगा ਮਿਲਿਆ ਵੇ तू ਮਿਲਿਆ तो जाने ना दूँगी मैं इतनी भी हसीं मैं नहीं, ਓ ਯਾਰਾ ਵੇ मुझसे भी हसीं, तू तेरा ये प्यार है हाँ, इतनी भी हसीं मैं नहीं, ਓ ਯਾਰਾ ਵੇ मुझसे भी हसीं, तेरा प्यार- कि तेरा-मेरा प्यार ये, जैसे ख्वाब और दुआ हाँ सच कर रहा इन्हें, देखो मेरा खुदा टूटा जो कभी तारा, ਸੱਜਨਾ ਵੇ तुझे रब से मांगा रब से जो मांगा ਮਿਲਿਆ ਵੇ तू ਮਿਲਿਆ तो जाने ना दूँगी मैं
Writer(s): Jigar Saraiya, Sachin Jaykishore Sanghvi, Priya Jitendra Saraiya Lyrics powered by www.musixmatch.com
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