Letra

मेरा हाल बुरा है, लेकिन तुम कैसी हो लिखना मेरी छोड़ो, जान मेरी, अपना ख़याल तुम रखना कोरे काग़ज़ पे मैंने सारा अरमान निकाला मेरे इस दिल में जो कुछ था, ख़त में सब लिख डाला बन गया हूँ मैं तेरा दीवाना धीरे-धीरे से दिल को चुराना धीरे-धीरे से मेरी ज़िंदगी में आना धीरे-धीरे से दिल को चुराना तुमसे प्यार हमें है कितना, जान-ए-जानाँ तुमसे मिलकर तुमको है बताना जब से तुझे देखा, दिल को कहीं आराम नहीं मेरे होंठों पे एक तेरे सिवा कोई नाम नहीं अपना भी हाल तुम्हारे जैसा है, साजन बस याद तुझे करते हैं, और कोई काम नहीं इश्क़ ने मेरी ऐसी हालत की है कुछ ना समझ में आए, मैं क्या करूँ? पहली-पहली बार मोहब्बत की है कुछ ना समझ में आए, मैं क्या करूँ? पहली-पहली बार ये चाहत की है कुछ ना समझ में आए, मैं क्या करूँ? मेरे महबूब, मेरे इस दिल ने रात को दिन, सुबह को शाम लिखा इतना बेचैन कर दिया तुमने मैंने ये ख़त तुम्हारे नाम लिखा बन गया हूँ मैं तेरा दीवाना धीरे-धीरे से दिल को चुराना धीरे-धीरे से मेरी ज़िंदगी में आना धीरे-धीरे से दिल को चुराना तुमसे प्यार हमें है कितना, जान-ए-जानाँ तुमसे मिलकर तुमको है बताना
Writer(s): Abhijit Vaghani Lyrics powered by www.musixmatch.com
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