Letra

ओ, सनम, -गया (ओ, सनम, -गया) (सनम, सनम) शाम-सवेरे तेरी यादें आती हैं आ के दिल को मेरे यूँ तड़पाती हैं ओ, सनम, मोहब्बत की क़सम मिल के बिछड़ना तो दस्तूर हो गया यादों में तेरी मजबूर हो गया ओ, सनम, तेरी यादों की क़सम (सनम, सनम, सनम) समझे ज़माना कि दिल है खिलौना जाना है अब, क्या है दिल का लगाना (ओ, सनम, -गया) (ओ, सनम, -गया) समझे ज़माना कि दिल है खिलौना जाना है अब, क्या है दिल का लगाना नज़रों से अब ना हम को गिराना मर भी गए तो भूल ना जाना आँखों में बसी हो, पर दूर हो कहीं दिल के क़रीब हो, ये मुझ को है यक़ीं ओ, सनम, तेरे प्यार की क़सम (सनम, सनम, सनम) प्यार के सफ़र में आती धूप-छाँव है मंज़िल ना जाने मेरी किस गाँव है ओ, सनम, चले जाने की क़सम ओ, सनम, मोहब्बत की क़सम
Writer(s): Lucky Ali, Syed Aslam Noor Lyrics powered by www.musixmatch.com
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