Créditos
INTERPRETAÇÃO
Jinay Mehta
Vocais principais
COMPOSIÇÃO E LETRA
Pujya Nemihans vijayji ms
Composição
Letra
हुं याचुं छुं तारा चरण
मारा दिलमां ज एनुं रटण
हुं याचुं छुं तारा चरण
भवो भवथी करुं
युग युगथी करुं
एक नेम ज तमारु स्मरण हुं....
गढ उचे तमे भले छो ने वसो
पण दिलमां वसी , मारे श्वासे रमो
जाणी बाल तमारो मने
नथी तरवा बीजु को तरण
तमे त्यागी भले, वैरागी भले
छोडी राजुलने, वीतरागी भले
मारे संयमनी छे लगन
तेथी चुम्यो तमारा चरण..
करुणा जरती, तुज आ नयणे
मने भींजवती , दर्शननी पले
तारा गुणे हुं तो रम्यो
तने सोपी दीधु आ जीवन ..
Written by: Pujya Nemihans vijayji ms

