Créditos
INTERPRETAÇÃO
Anirudh Ravichander
Interpretação
Kaala Bhairava
Interpretação
Manoj Muntashir
Interpretação
Jr NTR
Elenco
COMPOSIÇÃO E LETRA
Anirudh Ravichander
Composição
Manoj Muntashir
Letra
Letra
लाल समंदर बोल रहा है
दोनों किनारे ख़ून बहा है
ओ, रे, माथे से रेत लगा ले
रे, तेरी तरह कोई वीर कहाँ है
तू है जहाँ बस जीत वहाँ है
ओ, रे, सोए ये शस्त्र जगा दे
Hey, आज अंगारें होंठों से चूमेंगे
अग्नि के डाले पी-पी के झूमेंगे
जीते-जी बाज़ी हारे हैं ना हारेंगे
है वादा, साथी, मरेंगे या मारेंगे
मारें, मरें, १०० बारी शस्त्रों की है सरदारी
फ़िज़ा मतवाली, जरा दे ताली, दे ताली
भर ले जो प्याला तेरा है ख़ाली
देवा करता है तेरी रखवाली
शेरा, शेरा, हो (शेरा, शेरा, हो)
यारों, ये रस्में हैं इतिहासों की
वीरों, ये गाथा है विश्वासों की
तोड़े से टूटेगी, टूटेगी ना
क़स्में ये जाँ-बाज़ों की
क्षमता समंदर की, आकाश की हम ज्वाला
है बाधाओं ने माँओं सा हमें पाला
है रात नहीं माँगी कभी हमने सूरज से
जिस्मों को जला के कर देते हैं उजाला
प्राणों पे खेलें, ये अपना है पेशा
ये मूँछें काली मृत्यु का संदेशा
मारें, मरें, १०० बारी शस्त्रों की है सरदारी
फ़िज़ा मतवाली, जरा दे ताली, दे ताली
भर ले जो प्याला तेरा है ख़ाली
देवा करता है तेरी रखवाली
शेरा, शेरा, हो
लाल समंदर बोल रहा है
दोनों किनारे ख़ून बहा है
ओ, रे, माथे से रेत लगा ले
रे, तेरी तरह कोई वीर कहाँ है
तू है जहाँ बस जीत वहाँ है
ओ, रे, सोए ये शस्त्र जगा दे
Written by: Anirudh Ravichander, Manoj Muntashir, Manoj Muntashir Shukla, Super Cassettes Industries Ltd