Letra
ध्हे नि पुंदले ने झूरे नि रे बिलाले ने झूरे नि
रे पंदले री माताड़ी रे भंवर सा री माताड़ी
ध्हे के पुंदले री आवे नि रे बिलाले री आवे
नि... रे पुंदले री ओळ्यूंडी़ रे भंवर सा री ओळ्यूंडी़
ध्हे के पुंदले ने बरजो नि रे बिलाले ने बरजो नि
रे के पुंदला परदेशां मत जा रे भंवर सा परदेशां मत जा
ध्हे के पुंदलो गियो नि रे बिलाला गियो नि
पुंदला परदेशां में भंवर सा परदेशां में
ध्हे के पुंदले री आवे नि रे बिलालो री आवे नि
पुंदले री ओळ्यूंडी़ रे भंवर सा री ओळ्यूंडी़
ध्हे को पुंदलो पांचा रो रे भंवर सा पांचा रो
र... पुंदलो पचीसां रो बिलालो पचीसां... रो...
Writer(s): Traditional, Joseph V Micallef
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