Letra

आँखों के पन्नो पे मैंने लिखा था सौ दफा लफ़्ज़ों मे जो इश्क़ था हुआ ना वो होंठो से बयां खुद से नाराज़ हूँ क्यूँ बे-आवाज़ हूँ मेरी खामोशियां हैं सजा दिल है ये सोचता फिर भी नहीं पता किस हक़ से कहूँ बता कि मैं हूँ hero तेरा कि मैं हूँ hero तेरा कि मैं हूँ hero तेरा कि मैं हूँ hero तेरा (मैं हूँ hero, hero तेरा) राहों में भी हर कदम मैं तेरे साथ चला हाथों में थे, ये हाथ मगर फिर भी रहा फासला सीने में है छुपे, एहसास प्यार के बिन कहे तू सुन ले ज़रा दिल हैं ये सोचता फिर भी नहीं पता किस हक़ से कहूँ बता कि मैं हूँ hero तेरा कि मैं हूँ hero तेरा कि मैं हूँ hero तेरा कि मैं हूँ hero तेरा तेरी वजह से हैं मिली जीने की सब ख्वाहिशें पा लूँ तेरे दिल मे जगह हैं ये मेरी कोशिशें मैं बस तेरा बनु बिन तेरे ना रहूं मैंने तो मांगी हैं ये दुआ दिल हैं ये सोचता फिर भी नहीं पता किस हक़ से कहूँ बता कि मैं हूँ hero तेरा कि मैं हूँ hero तेरा कि मैं हूँ hero तेरा कि मैं हूँ hero तेरा कि मैं हूँ hero तेरा कि मैं हूँ hero तेरा कि मैं हूँ hero तेरा कि मैं हूँ hero तेरा
Writer(s): Rakesh Kumar Pal, Amal Israr Mallik Lyrics powered by www.musixmatch.com
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