Letra

लोग आते हैं, लोग जाते हैं लोग आते हैं, लोग जाते हैं प्यास अपने दिलों की बुझाते हैं रात-दिन हुस्न की रंगरलियाँ हैं रात-दिन हुस्न की रंगरलियाँ हैं ये तो बदनाम लोगों की गलियाँ हैं ये तो बदनाम लोगों की गलियाँ हैं लोग आते हैं, लोग जाते हैं प्यास अपने दिलों की बुझाते हैं रात-दिन हुस्न की रंगरलियाँ हैं रात-दिन हुस्न की रंगरलियाँ हैं ये तो बदनाम लोगों की गलियाँ हैं ये तो बदनाम लोगों की गलियाँ हैं जिस्मों का है बाज़ार यहाँ पैसों से मिलता प्यार यहाँ आए ना महकी बहार यहाँ भँवरे यहाँ लूटते हैं शोख़ जवानी जिस्मों का (है बाज़ार यहाँ) पैसों से (मिलता प्यार यहाँ) आए ना (महकी बहार यहाँ) (भँवरे यहाँ लूटते है शोख़ जवानी) उजड़े गुलशन की मज़बूर कलियाँ हैं उजड़े गुलशन की मज़बूर कलियाँ हैं ये तो बदनाम लोगों की गलियाँ हैं ये तो बदनाम लोगों की गलियाँ हैं होंठों पे मीठे बोल नहीं रिश्तों का कोई मोल नहीं होगा ना ऐसा दर्द कहीं कौन सुनेगा भला बेबस की कहानी? होंठों पे (मीठे बोल नहीं) रिश्तों का (कोई मोल नहीं) होगा ना (ऐसा दर्द कहीं) (कौन सुनेगा भला बेबस की कहानी?) पंख जिनके ना हों, हम वो परियाँ हैं पंख जिनके ना हों, हम वो परियाँ हैं ये तो बदनाम लोगों की गलियाँ हैं ये तो बदनाम लोगों की गलियाँ हैं लोग आते हैं, लोग जाते हैं प्यास अपने दिलों की बुझाते हैं रात-दिन हुस्न की रंगरलियाँ हैं रात-दिन हुस्न की रंगरलियाँ हैं ये तो बदनाम लोगों की गलियाँ हैं ये तो बदनाम लोगों की गलियाँ हैं
Writer(s): Milind Shrivastav, Sameer, Anand Shrivastav Lyrics powered by www.musixmatch.com
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