Créditos
PERFORMING ARTISTS
Adnan Sami
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Adnan Sami
Composer
Sameer
Lyrics
Letra
चाँद निकला, तू कहाँ?
हो, चाँद निकला, तू कहाँ?
चाँदनी रातों का वादा था
चाँदनी रातों में मिलना था
तेरे वादे का चाँद निकला, तू कहाँ?
मेरी जान-ए-मन, चाँद निकला, तू कहाँ?
देख के तेरा चाँद सा मुखड़ा
छुप जाएगा चाँद का टुकड़ा
चाँद जल जाएगा
हो, वो चाँद जल जाएगा
कब से नहीं तुम मुझसे मिले हो
चौदवी का तुम चाँद बने हो
तेरे वादे का चाँद निकला, तू कहाँ?
मेरी जान-ए-मन, चाँद निकला, तू कहाँ?
सामने मेरे जब आएगी
शरमाएगी, घबराएगी
दिल में छुप जाएगी
हो, वो दिल में छुप जाएगी
मैं ना तुझको जाने दूँगा
हाल-ए-दिल सब तुझसे कहूँगा
तेरे वादे का चाँद निकला, तू कहाँ?
मेरी जान-ए-मन, चाँद निकला, तू कहाँ?
चाँदनी रातों का वादा था
चाँदनी रातों में मिलना था
तेरे वादे का चाँद निकला (चाँद निकला)
चाँद निकला, तू कहाँ?
मेरी जान-ए-मन, चाँद निकला, मैं यहाँ
Written by: Adnan Sami, Sameer

