Créditos
PERFORMING ARTISTS
Mohd. Rafi
Performer
COMPOSITION & LYRICS
O. P. Nayyar
Composer
Letra
मैं हूँ Mr. Johnny, मैंने सब मुल्कों का पिया है पानी
सारी दुनिया घूम-घाम के बना हूँ हिंदोस्तानी
तुम पूछोगे, "क्यूँ?"
मैं अभी बताता हूँ
मैं हूँ Johnny, बड़ा तूफ़ानी
ओ, मैं हूँ Johnny, बड़ा तूफ़ानी
मैं हूँ Mr. Johnny, मैंने सब मुल्कों का पिया है पानी
सारी दुनिया घूम-घाम के बना हूँ हिंदोस्तानी
ओ, तुम पूछोगे, "क्यूँ?"
मैं अभी बताता हूँ
मैं हूँ Johnny, बड़ा तूफ़ानी
ओ, मैं हूँ Johnny, बड़ा तूफ़ानी
एक मुल्क की सुनो कहानी
मिली वहाँ इक हुस्न की रानी
जब तक था तज़दार जेब में
तब तक थी हर बात सुहानी
इक दिन बोली, "सुनो सनम, माल हज़म और खेल ख़तम"
चली गई वो मुझे छोड़ के देके ठंडा पानी
मैं हूँ Mr. Johnny, मैंने सब मुल्कों का पिया है पानी
सारी दुनिया घूम-घाम के बना हूँ हिंदोस्तानी
तुम पूछोगे, "क्यूँ?"
मैं अभी बताता हूँ
मैं हूँ Johnny, बड़ा तूफ़ानी
ओ, मैं हूँ Johnny, बड़ा तूफ़ानी
दूजे मुल्क गया मैं, यार
मिल गई इक बाँकी सरकार
ख़ूब हुआ पहले तो प्यार
बाद में मुझको हुआ बुख़ार
इक दिन बोली, "जानी यार, हम जाता, तुम है बीमार"
साथ किसी के भाग गई वो देकर ठंडा पानी
मैं हूँ Mr. Johnny, मैंने सब मुल्कों का पिया है पानी
सारी दुनिया घूम-घाम के बना हूँ हिंदोस्तानी
ओ, तुम पूछोगे, "क्यूँ?"
मैं अभी बताता हूँ
मैं हूँ Johnny, बड़ा तूफ़ानी
ओ, मैं हूँ Johnny, बड़ा तूफ़ानी
तीजे मुल्क का देखो पोल
मिल गई madam टालम-टोल
देख के इसका प्यारा मुखड़ा
मैं तो हो गया डाँवा-डोल
चोरों की वो साथी निकली, कर गई मेरा बिस्तर गोल
सारा माल उड़ा कर ले गई, दे गई ठंडा पानी
मैं हूँ Mr. Johnny, मैंने सब मुल्कों का पिया है पानी
सारी दुनिया घूम-घाम के बना हूँ हिंदोस्तानी
तुम पूछोगे "क्यूँ, भाई?"
मैं अभी बताता हूँ
ओ, मैं हूँ Johnny, बड़ा तूफ़ानी
ओ, मैं हूँ Johnny, बड़ा तूफ़ानी
ओ, Johnny हिंदोस्तान में आया
देखी चंपा, दिल ललचाया
जाके मिला उसकी अम्मा से
शादी का पैग़ाम टिकाया
हो गई शादी, मिल गई चंपा, "दस बच्चों का बाप" कहाया
इसका सच्चा प्यार देख के बन गया हिंदोस्तानी
मैं हूँ Mr. Johnny, मैंने सब मुल्कों का पिया है पानी
सारी दुनिया घूम-घाम के बना हूँ हिंदोस्तानी
अरे, तुम पूछोगे, "क्यूँ?"
मैं अभी बताता हूँ
मैं हूँ Johnny, बड़ा तूफ़ानी
ओ, मैं हूँ Johnny, बड़ा तूफ़ानी
Written by: O. P. Nayyar, Qamar Jalalabadi