Letra
ऐसे मौसम में तुम क्यूँ मिले?
के दिल टूटा और यूँ बिखरा
कैसे भूलूँ मैं वो सिलसिले?
जो ले डूबा, हाँ, ले डूबा
जाने क्यूँ, जाने क्यूँ
जाने क्यूँ, जाने क्यूँ
जाने क्यूँ, जाने क्यूँ
रस्ते-भर में ढूँढा, फिर भी कोई ना मिला
साया से भी गहरा था, गहरा था फ़ासला
रस्ते-भर में ढूँढा, फिर भी कोई ना मिला
साया से भी गहरा था, गहरा था फ़ासला
फिर भी मैं उस तन्हा रास्ता से यूँ जुड़ा
मैं क्यूँ जुड़ा?
जाने क्यूँ, जाने क्यूँ
जाने क्यूँ, जाने क्यूँ
जाने क्यूँ, जाने क्यूँ
हर पल में तुम शामिल, कैसे तुमको दूँ भुला?
तुमसे दूर रहकर भी ना हो पाया जुदा
हर पल में तुम शामिल, कैसे तुमको दूँ भुला?
तुमसे दूर रहकर भी ना हो पाया जुदा
ऐसे उलझन में तुम क्यूँ मिले?
हर पल रूठा, क्यूँ है रूठा?
जाने क्यूँ, जाने क्यूँ
जाने क्यूँ, जाने क्यूँ
जाने क्यूँ, जाने क्यूँ
जाने क्यूँ, जाने क्यूँ
जाने क्यूँ, जाने क्यूँ
जाने क्यूँ, जाने क्यूँ
Writer(s): Arnab Chakraborty
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