Próximos concertos de Kumar Sanu
Ver todos os concertos
Top de canções de Kumar Sanu
Canções semelhantes
Créditos
PERFORMING ARTISTS
Kumar Sanu
Vocals
Mahesh Bhatt
Conductor
COMPOSITION & LYRICS
Anu Malik
Composer
Qateel Shifai
Songwriter
PRODUCTION & ENGINEERING
Mukesh Bhatt
Producer
Letra
सँभाला है मैंने बहुत अपने दिल को
सँभाला है मैंने बहुत अपने दिल को
ज़ुबाँ पर तेरा फिर भी नाम आ रहा है
जहाँ राज़ को छुपाया ना जाए
जहाँ राज़ को छुपाया ना जाए
मोहब्बत में ऐसा मक़ाम आ रहा है
सँभाला है मैंने बहुत अपने दिल को
सँभाला है मैंने बहुत अपने दिल को
ज़ुबाँ पर तेरा फिर भी नाम आ रहा है
सँभाला है मैंने बहुत अपने दिल को
बनाया है मैने तुझे अपना साक़ी
रहे किस तरह फिर मेरे होश बाक़ी
ओ, बनाया है मैने तुझे अपना साक़ी
रहे किस तरह फिर मेरे होश बाक़ी
रहे किस तरह फिर मेरे होश बाक़ी
नज़र यूँ बहकने लगी है कि जैसे
नज़र यूँ बहकने लगी है कि जैसे
मेरे सामने कोई जाम आ रहा है
सँभाला है मैंने बहुत अपने दिल को
ज़ुबाँ पर तेरा फिर भी नाम आ रहा है
जहाँ राज़ को छुपाया ना जाए
मोहब्बत में ऐसा मक़ाम आ रहा है
सँभाला है मैंने बहुत अपने दिल को
ये ज़ुल्फ़ों के बादल घनेरे-घनेरे
मेरे बाज़ुओं पर जो तू ने बिखेरे
ओ, ये ज़ुल्फ़ों के बादल घनेरे-घनेरे
मेरे बाज़ुओं पर जो तू ने बिखेरे
मेरे बाज़ुओं पर जो तू ने बिखेरे
मैं समझा कि जैसे मेरी धड़कनों को
मैं समझा कि जैसे मेरी धड़कनों को
तेरी धड़कनों का पयाम आ रहा है
सँभाला है मैंने बहुत अपने दिल को
ज़ुबाँ पर तेरा फिर भी नाम आ रहा है
जहाँ राज़ को छुपाया ना जाए
मोहब्बत में ऐसा मक़ाम आ रहा है
सँभाला है मैंने बहुत अपने दिल को
Writer(s): Anu Malik, Qateel Shifai
Lyrics powered by www.musixmatch.com